Interview


विख्यात अभिनेता तेज सप्रू खतरनाक डॉन मुन्ना भाई बने है फ़िल्म "चट्टान" में

"इंसपेक्टर, तुझे एक मिनट का टाइम देता हूँ अगर तूने मेरे आदमी  को नहीं छोड़ा तो यहीं खड़े खड़े तेरी समाधि बना दूंगा और तेरे पुलिस स्टेशन को कब्रस्तान।" 90 के दौर पर बनी म्यूजिकल एक्शन ड्रामा फिल्म चट्टान के खूंखार डॉन मुन्ना भाई का किरदार निभा रहे ३५० से भी ज्यादा फिल्मों में खलनायक के चरित्र और विविध किरदार निभानेवाले बेहतरीन अभिनेता तेज सप्रू की कुछ इस तरह की डायलॉग बाज़ी पुलिस इंस्पेक्टर रंजीत सिंह (जीत उपेंद्र) के बीच मध्यप्रदेश के एक कस्बे देवपुर में लगे सेट पर चल रही थी l  
मुन्ना भाई की धांसू एंट्री और चाल ढाल उस पर रोबीला चेहरा उनके चरित्र की पूरी कहानी बयां कर रहा था। तेज सप्रू फ़िल्म 'चट्टान' में खूंखार रोल में दिखाई देंगे। उनसे लिए गए इंटरव्यू के अंश प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
 
सवाल ; बतौर अभिनेता आपका वर्षों का कैरियर रहा है, आपने निगेटिव किरदारों के साथ विविध पॉजिटिव रोल्स भी किये हैं, आज आप अपने को कहाँ पाते हैं?  
जवाब ; 41 साल के कैरियर में अपनी पोजीशन की मैं क्या बात करूँ। चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर मनोज कुमार की फिल्म 'शहीद 'से शुरुआत की फिर मिथुन चक्रवर्ती के साथ सिनेमाटोग्राफर  निर्देशक रवि नगाइच की फिल्म 'सुरक्षा' में दूसरा हीरो बना, बस फिर क्या था? ऑडियंस और इंडस्ट्री में अच्छी पहचान मिली। राजपुत, गिरफ्तार, इंसाफ की आवाज, तेज़ाब, त्रिदेव, गुप्त, मोहरा, सिर्फ तुम, साजन आदि फिल्मों में नोटेबल रोल्स किये। आज सिल्वर स्क्रीन, स्माल स्क्रीन  और ओटीटी सभी मीडियम्स पर बा-इज़्ज़त काम कर रहा हूँ। सभी के ब्राइट रिस्पांस मिल रहे हैं।
 
सवाल ; बदले समय के साथ फिल्मों की मेकिंग और ऑडियंस के रुझान में भी फर्क आ गया है, आपने तो फिल्मों का गोल्डन पीरियड देखा है और इस समय भी एक्टिव हैं। फिल्म जगत की करंट पोजीशन पर आप किस तरह रियेक्ट करते हैं?
 
जवाब ; हाँ टाइम फैक्टर तो हर लाइन में होता ही है। मैंने बहुत बढ़िया काम किया है फिल्मों और टी.वी. में खूब अच्छे चैलेंजिंग मौके भी मिले। यह मैं बहुत पहले ही समझ गया था कि टी.वी. बड़ा होने वाला है इसलिए मैं सीरियसली इसकी तरफ मुड़ गया। सात फेरे, कुबूल है, सलोनी का सफर, यहाँ मैं घर घर खेली, ज़ी हॉरर शोज, हर फूल  मोहिनी में काम किया। हाँ 2020 के बाद कोविड की वजह से फिल्म इंडस्ट्री में डायनेमिक चेंज आया जिसका थिएटर फिल्म मेकिंग डिस्ट्रीब्यूशन सभी फंक्शन्स पर बुरा इम्पैक्ट पड़ा जिसकी मार सभी को सहनी पड़ी। मगर पिछले कुछ सालों में ओटीटी आया जिसकी वजह से प्रतिभा सम्पन्न गुमनामी में रहे कई कलाकारों को ब्रेक मिले, मुझे उम्मीद है पहले जैसा सब नार्मल हो जायेगा।
 
सवाल ; 'चट्टान' में आप फुलफ्लैश विलेन का रोल कर रहे हैं यह किस तरह की फिल्म है और आपके रोल की खासियत क्या है ? 
 
जवाब ; 'चट्टान' ९० के फ्लेवर के जांबाज़ पुलिस इंस्पेक्टर रंजीत सिंह और गैर क़ानूनी अनैतिक काले धंधे में लिप्त डॉन मुन्ना भाई के बीच लड़ाई पर आधारित एक्शन म्यूजिकल ड्रामा फिल्म है। यह फिल्म मेरे कैरियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि बरसों के कैरियरग्राफ में मुझे फुलफ्लैश विलेन मुन्ना भाई का किरदार करने का मौका मिला है। मेरे रोल में कई शेड्स हैं, इस कैरेक्टर को मैंने खुद के मैनेरिज़्म पर प्ले किया है। 
कहानी, स्क्रिप्ट, डायलॉग्स, ड्रेस, लुक, लोकेशंस, म्यूजिक, सिंगर्स, बैक ग्राउंड और सभी कलाकारों की एक्टिंग स्किल्स ९० के दशक की याद दिलाएगी।
 
सवाल ; चट्टान' कंटेंट बेस्ड एक्शन ड्रामा म्यूजिकल फिल्म है जबकि फिल्म टी वी और ओटीटी पर डार्क सिनेमा का चलन हावी है, ऐसे समय रियल इन्सिडेंटल फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिस्की नहीं है?
 
जवाब ; बिलकुल नहीं  फ़िल्में समाज का प्रतिनिधि है और सोसाइटी में जो घट रहा है लोग उसे ही पर्दे पर देखना चाहते हैं। हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (जो कि सोशल फिल्म है) की सफलता इस बात का परिचायक है कि ऑडियंस फिर सोशल और पारिवारिक सिनेमा की तरफ लौटने लगी है। 'चट्टान' इस दृष्टि से कम्पलीट रियलिस्टिक सोशल फिल्म है इसके सभी पक्षों को बेहतर रखने की कोशिश पूरी टीम ने संजीदगी के साथ की है। निर्मात्री रजनिका गांगुली और मल्टी टैलेंटेड निर्देशक सुदीप डी.मुखर्जी ने इसे बड़े अच्छे ढंग से बनाया है। 
 
सवाल : सुनने में आया है कि आप हिंदी फिल्मों समेत १३ भाषाओँ की   फिल्मों में अलग अलग रोल्स कर रहे हैं जिनमें तेलुगु फिल्म सरदार पटेल के टाइटल रोल करने की चर्चा बहुत गर्म है, अलग अलग लेन्गुएज़ और विज़न को कैसे मैनेज कर पाते हैं? 
 
जवाब ; जी हाँ,मैं भारत का एकमात्र अभिनेता हूँ जिसने हिंदी, अंग्रेजी,  पंजाबी, राजस्थानी, भोजपुरी, गुजराती, मराठी, हरियाणवी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में खलनायक के रोल्स किये हैं। तेलुगु फिल्म सरदार पटेल में शीर्षक किरदार करना सचमुच मेरे लिए बड़े गौरव की बात है।
 
सवाल ; 'चट्टान' में सुदीप डी. मुखर्जी के निर्देशन में कार्य करने का आपका कैसा अनुभव रहा?
जवाब ; वह फैंटास्टिक क्राफ्टमैन है। 'चट्टान' को कागज़ से सेल्युलाइड पर बखूबी उतारने के विजन में सुदीप बहुत माहिर रहे हैं। बिना किसी न्यू टेक्नोलॉजी और ताम झाम के उन्होंने घरेलु माहौल में फिल्म कम्पलीट की और २२ सितम्बर २०२३ को रिलीज़ करने जा रहे हैं।
सवाल ; क्या आप चट्टान २ में निगेटिव रोल नहीं कर रहे हैं?
जवाब ; सभी के लिये एक अलग ही पेशकश होगी। अब इस से ज़्यादा   अभी चट्टान २ से संबधित किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं कर पाउँगा।
 


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