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वेगन इंडिया कॉन्फ्रेंस में जैकलीन फर्नांडीज ने शाकाहारी भोजन से फिट रहने के अनुभवों को किया साझा

भारत में पहली बार बन रही हैं प्लांट वेस्ट से लेदर की चीजें
 
देश के सबसे बड़े प्लांट बेस्ड सम्मेलन वेगन इंडिया कॉन्फ्रेंस में प्रसिद्ध अभिनेत्री और एनिमल लवर जैकलीन फर्नांडीज गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में हाज़िर हुईं। उनका स्वागत वेगन इंडिया के संस्थापक ने किया। वेगन इंडिया कॉन्फ्रेंस में पैनल डिस्कशन भी हुआ जिसमें जैकलीन फर्नांडीज ने काफी प्रेरणादायक बातें सामने रखीं। इस डिस्कशन में, उन्होंने शाकाहारी होने के लाभ और इससे जुड़ी जीवनशैली के महत्व को साझा किया। इस डिस्कशन का विषय ही था "बिना मांसाहार हुए फिटनेस गोल को पाएं।" इस डिस्कशन में जैकलीन के अलावा ऎक्टर अरविंद कृष्णा, माउंटेनियर कुंतल भी शामिल थे जबकि पलक मेहता इस डिस्कशन की मॉडरेटर थीं।
 
बॉलीवुड स्टार जैकलीन फर्नांडिस ने यहां कहा कि वेज खाने से उन्हें बेहतर महसूस होता है। खाने पीने में बैलेंस बरकरार रखना जरूरी होता है। लाइफस्टाइल को ठीक रखना बेहतर होता है। शाकाहारी होने से वजन कंट्रोल में रहता है और त्वचा इससे बेहतर रहती है। वेज चीजों के सेवन से एक अलग तरह की एनर्जी मिलती है। यह मेरे लिए मैजिकल जर्नी रही है।" 
 
जैकलीन फर्नांडिस ने बताया कि मैं दाल चावल आलू भी खाती हूँ और मुझे राइस में कोई प्रॉब्लम नज़र नहीं आता है। मेरा कहना है कि आप अपने शरीर को सुनें। प्रोटीन की चीजें लें, सलाद लें। इससे आपकी सेहत ठीक होगी फिट रहेँगे।"
 
शाकाहारी बनने, प्लांट-बेस्ड जीवनशैली के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने या प्लांट-बेस्ड कारोबार शुरू करने की इच्छा रखने वालों के लिए यह कॉन्फ्रेंस बेहद उपयोगी साबित हुई है। वेगन फर्स्ट ने 6 और 7 जुलाई 2024 को मुंबई के हॉलिडे इन में वेगन इंडिया कॉन्फ्रेंस के तीसरे संस्करण की मेजबानी की।
 
वेगन इंडिया के संस्थापक ने कहा कि वेगन इंडिया कॉन्फ्रेंस के आयोजन का उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना है। हम प्लांट वेस्ट से लेदर बनाते हैं यह बात अब तक किसी ने सुनी नहीं है ऐसा पहली बार भारत में होने जा रहा है। लेदर की चीजें या तो जानवरों की त्वचा से बनती हैं या फिर प्लास्टिक से लेकिन पहली बार हम प्लांट वेस्ट से लेदर की चीजें बना रहे हैं। हमने आम के वेस्ट से लेदर बनाया है। हमारे पास दस साल का अधिकार है इस तरह से मैन्युफैक्चरिंग करने का। इस कांफ्रेंस के माध्यम से हमें लोगों को यह बताना है कि लेदर सिर्फ जानवरो के चमड़े से नहीं बनता बल्कि प्लांट या फ्रूट वेस्ट से भी चीजे बन सकती हैं जो पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।  
लेकिन इसके लिए रिसर्च और इनोवेशन पर काफी काम करना पड़ेगा, कई साल लगेंगे। हमें तीन साल हो गए इसकी स्थापना को, काफी गहरा रिसर्च किया है। हमारा मकसद अभी बेचना नहीं है बल्कि इस संदर्भ में लोगों को जागरूक करना है कि लेदर की चीजों के लिए यह संभावना भी है। जल्द ही हम प्रोडक्ट भी लांच करेंगे।"
 
- Gaazi Moin
 


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